Ticker

6/recent/ticker-posts

भगवत गीता, श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को उपदेश

    श्रीमद भगवद गीता

भगवत गीता, bhagavad gita

भारत की संस्कृति और सभ्यता में  श्रीमद्भगवदगीताया भगवत गीताका  महत्वपूर्ण स्थान है।  यह  विश्व की सबसे प्रसिद्ध पुस्तकों में से एक है। भारत में ही नही बल्कि विदेशों में यह ग्रंथ बहुत पढ़ा जाता है। इसमें श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को उपदेश दिया गया है। 

श्रीकृष्ण कहते है कि  आत्मा अजर अमर अविनाशी है। इसे कोई मार नही सकता है।  ही जल भिगो सकता है और ही अग्नि जला सकती है। आत्मा को हवा उड़ा नही सकती और कोई अस्त्र इसे काट नही सकता। जिस तरह व्यक्ति कपड़ा पुराना हो जाने पर नये वस्त्र धारण कर लेता है उसी तरह व्यक्ति के मरने के बाद आत्मा नया शरीर धारण कर लेती है। इसे कभी मारा नही जा सकता।
 

भगवत गीता, श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को उपदेश
- हे अर्जुन विषम परिस्थितियों में कायरता प्राप्त करना श्रेष्ठ मनुष्यों के आचरण के विपरीत है। न तो स्वर्ग की प्राप्ति है और न ही इससे कीर्ति प्राप्त होगी। - हे अर्जुन तुम ज्ञानियों की तरह बात करते हो, लेकिन जिनके लिए शोक नहीं करना चाहिए, उनके लिए शोक करते हो। 

Post a Comment

0 Comments